What Does Shodashi Mean?
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Tripura Sundari's kind is not merely a visible representation but a map to spiritual enlightenment, guiding devotees by means of symbols to grasp further cosmic truths.
रागद्वेषादिहन्त्रीं रविशशिनयनां राज्यदानप्रवीणाम् ।
पञ्चबाणधनुर्बाणपाशाङ्कुशधरां शुभाम् ।
साम्राज्ञी चक्रराज्ञी प्रदिशतु कुशलं मह्यमोङ्काररूपा ॥१५॥
॥ इति श्रीमत्त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः सम्पूर्णः ॥
ईड्याभिर्नव-विद्रुम-च्छवि-समाभिख्याभिरङ्गी-कृतं
As one particular progresses, the next stage requires stabilizing this newfound awareness through disciplined tactics that harness the brain and senses, emphasizing the important part of Vitality (Shakti) During this transformative method.
Over the 16 petals lotus, Sodhashi, that is the form of mother is sitting with folded legs (Padmasana) removes the many sins. And fulfils all the wishes with her sixteen varieties of arts.
भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही click here सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर जगत की सृष्टि करती है।
कामेश्यादिभिराज्ञयैव ललिता-देव्याः समुद्भासितं
कर्त्री लोकस्य लीलाविलसितविधिना कारयित्री क्रियाणां
वन्दे तामष्टवर्गोत्थमहासिद्ध्यादिकेश्वरीम् ॥११॥
वन्दे वाग्देवतां ध्यात्वा देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥१॥
, the creeper goddess, inferring that she is intertwined along with her legs wrapped all over and embracing Shiva’s legs and overall body, as he lies in repose. To be a digbanda, or protecting drive, she guidelines the northeastern route from whence she offers grace and defense.